येशु के जैसा कोई नहीं,
उसके नाम के बराबर कुछ भी नहीं,
येशु के जैसा कोई नहीं,
उसके नाम के बराबर कुछ भी नहीं॥
अभिषेक नीचे उतरता है,
बंधन टूट जाते है,
मेरे येशु के, समथ से,
चमत्कार होने लगते है,
येशु के जैसा कोई नहीं,
उसके नाम के बराबर कुछ भी नहीं॥
रेगिस्तान में मन्ना मिलता है,
खारा भी मीठा हो जाता है,
मेरे येशु के, समथ से,
चमत्कार होने लगते है,
येशु के जैसा कोई नहीं,
उसके नाम के बराबर कुछ भी नहीं॥
रोगी चंगे हो जाते है,
आनंद की भरपूरि होती है,
मेरे येशु के, समथ से,
चमत्कार होने लगते है,
येशु के जैसा कोई नहीं,
उसके नाम के बराबर कुछ भी नहीं॥
हजारों नामों में श्रेष्ठ है,
ना कोई था ना है और ना होगा,
येशु ही सर्वशक्तिमान है,
और उसके नाम के बराबर कुछ भी नहीं,
येशु के जैसा कोई नहीं,
उसके नाम के बराबर कुछ भी नहीं॥