मेरे बालाजी महाराज आ कर सुन लो मेरी पुकार,
ना मांगू मैं सोना चांदी ना नौलखा हार,
मेरे बालाजी महाराज.....
घर दो मंजिल वाला दीजो द्वारे मोटर कार,
जिस पर चढ़कर ओ मेरे बाबा आउ तेरे द्वार,
मेरे बालाजी महाराज.....
बेटा सरवन जैसा दीजो बहू कुलवंती नार,
पोता पोती ऐसे दी जो जैसे फूल गुलाब,
मेरे बालाजी महाराज.....
बेटी लक्ष्मी जैसी दीजो अन धन का भंडार,
ले देकर में विदा करूं वह सदा रहे खुशहाल,
मेरी बालाजी महाराज....
पति कन्हैया जैसा दीजो सदा रखें मेरा ख्याल,
सारी उमरिया बाहों में झूलू हाथों में निकले प्राण,
मेरे बालाजी महाराज...
मांग मोतियन से भरी रहे और अटल रहे सुहाग,
लाल चुनरिया ओढ़ के बाबा आऊं तेरे द्वार,
मेरे बालाजी महाराज आ कर सुन लो मेरी पुकार......