दौलत शोहरत है केवल संसार के लिए,
हम तो प्रेमी पागल है तेरे प्यार के लिए......
जो तेरा है दीवाना ना चाहे कोई खजाना,
उसको दिल भर से मतलब ना भये उसे जमाना,
मेरी आंखे तरस रही है दीदार के लिए,
हम तो प्रेमी पागल है तेरे प्यार के लिए.....
कोई चाहे चंचल काया कोई मांगे नैन की ज्योती,
कोई चाहे चाँदी सोना कोई मांगे हीरे मोती,
तेरे दर पे आई दुनिया उपहार के लिए,
हम तो प्रेमी पागल है तेरे प्यार के लिए......
तेरा दास सदा ये चाहे तेरी शरण में रहना चाहे,
भगत मांग रहे तुमसे दोनो हाथों से भगति,
तेरे दर पे आई दुनिया उपहार के लिए,
हम तो प्रेमी पागल है तेरे प्यार के लिए......