छुप के तू कहाँ बैठा है कहाँ बैठा है तू छुप के,
नैना तेरे दर्श को प्यासे प्यासे नैना दर्शन के,
प्यासे नैना दर्शन के अब तो गुज़ारा ना होगा,
बोल हमारा हमारा बोल हमारा हमारा,
बोल हमारा हमारा बोल हमारा क्या होगा.....
रंग जाएंगे तेरे रंग में तेरे रंग में रंग जायेंगे,
अपनी सुध बुध बिसरा के तुझमे गम हो जायेंगे,
नैनो की पुतली में बाबा तेरा रूप हमने बसा लिया,
फिर भी हमसे क्या खता हुई जो तूने खुद को छुपा लिया,
इस दुनिया से हम हारे हम हारे इस दुनिया से,
हारे का तुझसे सहारा और भला कोई क्या होगा,
बोल हमारा हमारा बोल हमारा हमारा,
बोल हमारा हमारा बोल हमारा क्या होगा.....
जग के ताने सुन सुन के तेरी राहों में कदम बढ़ाये हैं,
आंसू आँखों में भर भर के चरणों में तेरे चढ़ाये हैं,
तेरे दर की चौखट का बाबा सजदा हमने सौ बार किया,
साड़ी दुनिया को भूल कर बस श्याम नाम गुणगान किया,
तुम्हे हमसे बढ़कर बाबा बाबा तुम्हे हमसे बढ़कर,
हमें तुमसे बढ़कर कोई जान से प्यारा ना होगा,
बोल हमारा हमारा बोल हमारा हमारा,
बोल हमारा हमारा बोल हमारा क्या होगा....