सारे भक्तों का चला खाटू रेला,
लो आया देखो फागण का मेला.....
रींगस से लेके तोरण द्वारे,
रंग बिरंगी ध्वजाएं लेहराएँ,
बाजे ढोल और शंख नगाड़े,
लो आया देखो फागण का मेला.....
द्वारे तेरे बाबा भक्त हैं आये,
भजन सुनाएँ संग शीश नवाएँ,
गूंजे खाटू नगरी में तेरे जयकारे,
लो आया देखो फागण का मेला.....
भावों से सब तुझको रिझायें,
फागण में सब मन की पाएं,
छायें खुशियां भी चारों दिशाएँ,
लो आया देखो फागण का मेला.....
फागण मेला भक्तों को भाये,
तन्नू मन से अर्ज़ी लगाए,
आये रोते रोते हँसते ही जाएँ,
लो आया देखो फागण का मेला.....