गोकुल में भागवत मथुरा में गीता,
भजो राम सीता भजो राम सीता.....
14 बरस वनवास बिताया,
लंकापति को मार गिराया,
लंकापुरी से लेकर आए सीता,
भजो राम सीता भजो राम सीता.....
जब-जब धर्म की होती है हानि,
मानुष के चोले में आए ब्रह्म ज्ञानी,
अर्जुन को ज्ञान दे सुनाए रहे गीता,
भजो राम सीता भजो राम सीता.....
राम भी तुम हो श्याम भी तुम हो,
भगवन मुक्ति का धाम भी तुम हो,
भक्तों का तुमने सदा मन है जीता,
भजो राम सीता भजो राम सीता......
अब कलयुग में नाम खिवैया,
हरि सुमिरन से पार होवे नैया,
भजन बिना जीवन व्यर्थ का है जीना,
भजो राम सीता भजो राम सीता......