खाटू में जाएंगे बाबा को रिझाएंगे,
जो बात नहीं बनती वो बात बताएँगे॥
सबकी बातें बाबा तुम ध्यान से सुनते हो,
अर्ज़ी लेके आये उसे पूरी करते हो,
जो बीत रही बाबा दुःख अपना सुनाएंगे,
खाटू में जाएंगे बाबा को रिझाएंगे....
अब आस मेरी बाबा तेरे दर्शन की मुझको,
खाली झोली लाया ये भरनी है तुझको,
हम आपके तेरे दर पे तेरा भजन सुनाएंगे,
खाटू में जाएंगे बाबा को रिझाएंगे....
जिसने भी जो चाहा दरबार से पाया है,
संतोष की भी तूने चरणों से लगाया है,
तू है सरकार मेरी सबको ही बताएँगे,
खाटू में जाएंगे बाबा को रिझाएंगे....