ऐसा रंगया गुरा ने मन मेरा,
मैं राम राम बोलदी फिरा,
बेहमा परमा दा मुक्या कलेरा,
मैं राम राम बोलदी फिरा....
कदे भूली ना ध्यान गुरु मंत्र दा,
रखी हर वेले मान गुरु मंत्र दा,
इसे मंत्र ने लगाना पार बेड़ा,
मैं राम राम....
याद रखी साड़ी इक इक गल तू,
अंग संग जानी ओनु हर पल तू,
हर दिल विच उसे दा बसेरा,
मैं राम राम....
हर हाल ओनु सबदी खबर है,
हर वेले ओह्दी तेरे ते नजर है,
किसे काम दा नहीं है पर्दा तेरा,
मैं राम राम....
मैनु अपना बनाया सत्गुरा ने,
चरना नाल लगाया सत्गुरा ने,
मेरा मुक्या चौरासी वाला गेड़ा,
मैं राम राम....