सदा सुहागन रखना मां

तर्ज: मेहंदी रची थारे हाथा में..

सदा सुहागन रखना माँ,
वर देना मुझे इतना माँ,
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती,
अपनी शरण में रखना माँ,
इतनी किरपा करना माँ,
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती....

मेहंदी,बाली,नथ और चुनड़ी,
माथे पे बिंदिया सजे,
इनके नाम का कुमकुम दादी
माँग में मेरी सजे,
करूँ सोलह सिणगार माँ,
सुख सौभाग्य का हार माँ
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती....

दे दो आशीर्वाद यहीं माँ,
अटल सुहाग हमारा हो,
जन्मों जनम तक इक दूजे का,
दादी साथ हमारा हो
प्यार का बंधन टूटे ना,
साथ हमारा छूटे ना,
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती....

दान दया का मुझको देना,
श्री चरणों में रख लेना माँ,
अपनी "मधु"की झोली सारी,
खुशियों से भर देना माँ,
अमर सुहागण रखना माँ,
सुख सौभाग्य का गहना माँ
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती.....

सदा सुहागन रखना माँ,
वर देना मुझे इतना माँ
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती
अपनी शरण में रखना माँ,
इतनी किरपा करना माँ
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती....
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