किया ना तूने हरि से प्यार,
सारा जीवन दिया यूंही गुजार,
तूने की बड़ी नादानी है,
नादान तेरी यही कहानी है,
मानव तन ना पाएगा दोबारा,
व्यर्थ गंवाया सारे का सारा,
यही नाकामी की निशानी है,
नादान तेरी यही कहानी है,
मोह से प्रीत है दुख का कारण,
माया ठगनी की मन में धारण,
समझ सका ना बड़ा अज्ञानी है,
नादान तेरी यही कहानी है,
करले कर्म कुछ सुधारले जीवन,
प्रभु भक्ति में लगाले तू मन,
संतो की यही वाणी है,
नादान तेरी यही कहानी है,
तूने की बड़ी नादानी है।