पर्वत पर भांग धतूरा है,
बैकुंठ में तुलसा प्यारी हैं,
बैकुंठ में तुलसा महारानी.....
एक रुप में तुलसा महारानी,
पर्वत पर भांग धतूरा है,
बैकुंठ में तुलसा महारानी.....
किसे भाए भांग धतूरा है ,
किसे भाए तुलसा महारानी,
बैकुंठ में तुलसा महारानी.....
भोले को भाए भांग धतूरा,
कान्हा को तुलसा महारानी,
बैकुंठ मैं तुलसा महारानी....
यह किस पर चढ़ते बेलपत्र,
और किस पर तुलसा महारानी,
बैकुंठ में तुलसा महारानी....
भोले पर चढ़ते बेलपत्र,
कान्हा को भोग तुलसा प्यारी,
बैकुंठ में तुलसा महारानी.....
कौन उगाता भांग धतूरा,
कौन सीचे तुलसा प्यारी,
बैकुंठ में तुलसा महारानी.....
नंदी गढ़ सीचे भांग धतूरा,
सारा जग तुलसा महारानी,
बैकुंठ में तुलसा महारानी.....