करवा चौथ माता मेरी विनती सुनना,
अमर हमारा सुहाग रखना,
अमर हमारा सुहाग रखना.....
टिका तो मेरे माथे की शोभा झुमका तो मेरे कानो की शोभा,
मोती भरी मांग अमर रखना अमर हमारा सुहाग रखना....
हरवा तो मेरे गले की शोभा चुड़ला तो मेरे हाथों की शोभा,
हाथों की मेहँदी अमर रखना अमर हमारा सुहाग रखना....
हरवा तो मेरे गले की शोभा चुड़ला तो मेरे हाथों की शोभा,
हाथों की मेहँदी अमर रखना अमर हमारा सुहाग रखना....
पायल तो मेरे पेरो की शोभा बिछुआ तो मेरे ऊँगली की शोभा,
पेरो की महावर अमर रखना अमर हमारा सुहाग रखना.....
पति हमारे सेजो की शोभा,
तारो जड़ी चुनरी मेरे सिर पे रखना अमर हमारा सुहाग रखना.....