बाज्या बाज्या ढोल नगाङा कुंवर तेजा रे,
नौपत तो बाजी थारै नाम की,
लाग्यो लाग्यो जेठ अषाढ कुंवर तेजा रे,
लगतोङो आयो सावन भादवो,
आया जी आया थारै आंगणीये आया,
महिमा सुणी जी थारै नाम की.....
माता सुगना राम सपूत,
कुलजा दातरं जी रा पूत,
थानै पूजा दे दे धूप,
माथै धूल तो लगावां थारै पांव की,
आया जी आया थारै आंगणीये आया,
महिमा सुणी जी थारै नाम की.....
राणी पेमल रा भरतार,
थारी महिमा अपरम्पार,
सबको बेङो कर्जो पार,
दाता ध्वजा तो फरूकै थारै नाम की,
आया जी आया थारै आंगणीये आया,
महिमा सुणी जी थारै नाम की.....
चाहे काटे विषधर साँप,
चाहे पीङा खेचें प्राण,
थारीं तांती काट पाप,
जग मे ओलू तो फिरै रे थारै नाम की,
आया जी आया थारै आंगणीये आया,
महिमा सुणी जी थारै नाम की.....