जरा कह दो साँवरिया से आया करे,
आया करे फिर ना जाया करे.....
सारिया सखिया मिलन नु गईया दुर शाम दा डेरा,
मैं निमानी कल्ली रह गई, दिल नही लगदा मेरा,
जरा कह दो साँवरिया से आया करे,
आया करे फिर ना जाया करे.....
यमुना तट पर खड़ी है राधा देखे राह तुम्हारी,
राधा कहे एक बार आजा मेरे श्याम मुरारी,
जरा कह दो साँवरिया से आया करे,
आया करे फिर ना जाया करे.....
तुमे तो आदत पड़ गई है हमको तड़पाने की,
हमे भी आदत पड़ गई है सब कुछ सह जाने की,
जरा कह दो साँवरिया से आया करे,
आया करे फिर ना जाया करे.....