चलो नंद यशोदा के द्वारी,
ब्रज में प्रगते हैं सारे जग के पालनहारी,
धन्य हुई ब्रज भूमि सारी नचे गोपी ग्वाल,
यशोमती मैया की गोदी में खेलें प्यारे लाल,
सब गावेन मंगलाचार,
ब्रज में प्रगते हैं सारे जग के पालनहारी.....
बाबा तो सर्वस्व लुटाएं नाचें गोपी ग्वाल,
यशोमती मैया की गोदी में खेले प्यारे लालो,
घर घर में चाय बहार,
ब्रज में प्रगते हैं सारे जग के पालनहारी.....
जग की चिंता छोड़ चलो सब वृंदावन की ओर,
नीलमणि यहां सदा बिरजें जाएं ना ब्रज को छोड़ें,
करो सब मिल जय जयकार,
ब्रज में प्रगते हैं सारे जग के पालनहारी....