खाले मोरछड़ी को झाड़ो,
खाटू मंदिर में इक बार,
मंदिर में इक बार खा ले कीर्तन में इक बार,
खाले मोरछड़ी को झाड़ो,
मोरीछड़ी बाबा ने प्यारी,
जाने है ये दुनिया सारी,
यही तो है संकट हारी,
एह खातिर हॉवे खाटू में भगता की भरमार,
खाले मोरछड़ी को झाड़ो,
हर पल बाबा दिया साथ है,
श्याम धनि का यारी हाथ है,
जीबा पड़ गई फीका ठाठ है,
एह बिना ना हाले महारो सांवरियो सरकार,
खाले मोरछड़ी को झाड़ो,
श्याम बहादुर तालो तोड्या,
आलू सिंह भगता ने जोडिया,
एह के भरोसे मंगल हो रहा,
श्याम के सिर पर जग से पड़ी है जान गया संसार,
खाले मोरछड़ी को झाड़ो,