श्याम बाबा के दर जाउंगी बुलावा आया खाटू धाम से,
संग लेके मैं निशान जाउंगी बुलावा आया खाटू धाम से,
वन उपवन चुन चुन कर के फूल मैं प्यारे लाइ,
अपने श्याम को रंग बिरंगी माला मधुर बनाई,
जाके बाबा को पहनाऊगी बुलावा आया खाटू धाम से,
मेवा मिश्री और माखन से छपन भोग बनाया,
तरह तरह के व्यंजनों को थालो मे है सजाया,
भोग बाबा को छप्पन मैं लगवाउगि बुलावा आया खाटू धाम से,