निशान बाबा को हाथ में लेकर,भगता नाचे रे
निशान बाबा को.............
रंग बिरंगी धव्जा श्याम की,लहर-लहर लहरावे रे
चम् चमके किरण, पलका मारे रे
निशान बाबा को.............
छम छम छम छम घुंगरू बोल, तुन तुन एक तारो रे
खाटू वाले श्याम धनि को, मेलो आगो रे
निशान बाबा को.............
चंग बसंती,अंग बसंती,रंग बसंती छायो रे,
धोरा री धरती पर जमघट,आछ्यो माच्यो रे
निशान बाबा को.............
देख देख प्रेम्या री मस्ती,सब पर मस्ती छाई रे
सुध बुध खोकर,झूम झूमकर, सगळा गावे रे
निशान बाबा को.............
दुनिया के कोने कोने से,श्याम का प्रेमी आया रे
नंदू श्याम मिलन की बेला,नीड़ आगी रे
निशान बाबा को.............