राधे रानी से मिलना बहुत जरूरी,
तेरी अदालत मुझको भाती, बाकी सारी अदालत फीकी....
जो मैं होती पवन बसंती झोंका बन के आती,
जो मैं होती बेला चमेला चरणों से लग जाती,
बन ना सकी मैं हवा का झोंका यह मेरी मजबूरी,
राधे रानी से मिलना बहुत जरूरी......
जो मैं होती काली बदरिया रिम झिम नीर बहाती,
गरज गरज के बरस बरस के मैं तुझको निलाती,
बन ना सकी में काली बदरिया यह मेरी मजबूरी,
राधे रानी से मिलना बहुत जरूरी......
जो मैं तेरा पता जानती खत लिखकर बुलबाती,
सब सखियों को संग में लेकर तुमसे मिलने आती,
पता तेरा मेरे पास नहीं है यह मेरी मजबूरी,
राधे रानी से मिलना बहुत जरूरी......
जो मैं होती पास तुम्हारे झूम झूम के गाती,
पकड़ के हाथ राधिका तेरा मन के भाव सुनाती,
मेरी तो मजबूरी राधे तेरी क्या मजबूरी,
राधे रानी से मिलना बहुत जरूरी......