गणपत लाला को मनाने हम भी आए हैं,
हम भी आए हैं भक्तों तुम भी आए हो,
गौरी लाला को मनाने हम भी आए हैं....
शीश मुकुट वाके कानों में कुंडल,
माथे तिलक लगाने हम भी आए हैं,
गौरी लाला को मनाने हम भी आए हैं....
पाप पीतांबर कसरे की धोती,
हार फुलों का पहनाने हम भी आए हैं,
गौरी लाला को मनाने हम भी आए हैं....
एक हाथ में फरसा सोहे,
पांव पैजनिया पहना में हम भी आए हैं,
गौरी लाला को मनाने हम भी आए हैं....
मोतीचूर मगद के लड्डू,
तेरा भोग लगाने हम भी आए हैं,
गौरी लाला को मनाने हम भी आए हैं....
रिद्धि सिद्धि के तुम हो दाता,
तेरा दर्शन पाने हम भी आए है,
गौरी लाला को मनाने हम भी आए हैं....