।। जय श्री राम ।।
भली करेंगे राम, तू बस कर्म किये जा.....
कर कर चिंता वक्त बितावे,
कुछ श्री राम है भी ना तेरे हाथ में आवे,
सुख के धाम अपार..., तू बस कर्म किये जा,
भली करेंगे राम, तू बस कर्म किये जा......
दीन दयालू पर उपकारी,
इनकी शोभा जग से न्यारी,
जप उसी प्रभु का नाम..., तू बस कर्म किये जा,
भली करेंगे राम, तू बस कर्म किये जा......
बुरा कर्म कभी ना करना,
धर्म की राह को भूल ना जाना,
आए जीवन में आराम..., तू बस कर्म किये जा,
भली करेंगे राम, तू बस कर्म किये जा......
खुद के दोष को खुद ही निकालो,
अपने आप को सदा सम्भालो,
तेरी दुख की ढल जाए शाम..., तू बस कर्म किये जा,
भली करेंगे राम, तू बस कर्म किये जा......
माता पिता गुरु की सेवा,
उससे मीठा ना कोई मेवा,
ढोल बजा सरे आम..., तू बस कर्म किये जा,
भली करेंगे राम, तू बस कर्म किये जा......
कमल कपिल पुरी वचन उच्चारे,
उजली करनी कर ले प्यारे,
सब झूठा तन का जाम..., तू बस कर्म किये जा,
भली करेंगे राम, तू बस कर्म किये जा......