बजरंग बाला तूने मुझे तर दिया,
सवा मणि मैंने तुझको अर्पण किया,
तेरे नाम पे मैंने अपना जीवन किया,
ना रुके अब सफ़र आये भागल,
तेरी दर्श को जायेगे चल के,
बजा चदाये गे झुला हिलाए गए,
सोचे येही मेरे नैना है झलके,
दादा तेरे हम भगत तेरे नैनो में वासा के तुझ संग मन रंग लिया,
सवा मणि मैंने तुझको अर्पण किया,
तेरे इस धाम में बाला के नाम में,
हम सरे खुशिया पाने लगे है मेहंदीपुर आये जो,
तुझको मनाये जो मन चाहा वर पाने लगे है,
सुन साथिया एक जला के दिया पूजा मैं निस दिन आज पर्ण ये किया,
सवा मणि मैंने तुझको अर्पण किया,
दुःख सरे हारते है भर भंडार भरते है,
उनके दया बिन दुनिया चले न ,
ऊ झूठ जो कहते है पाप जो करते है,
उनको सजा वो देते हमेशा,
है जग की रीत जिसको है बाला से प्रीत पार बेडा उसीका तूने पल भर में किया,
सवा मणि मैंने तुझको अर्पण किया,
बजरंग बाला तूने मुझे तर दिया,
सवा मणि मैंने तुझको अर्पण किया,