मैया का हाथ मेरे सिर पै,
तो फिर डर किस बात का,
कृपा होरी ठाड़ी धंदा चालै ठाठ का…..
जब तै लाग्या भक्ति करण ना कमी कोई भी छोड़ी,
कोठी बंगले महल दिए मेरै चालै दो दो ऑडी,
मेरा अटकन दे ना काम मैया बिगड़ी आट का……
नौ नवरात्रे जगदम्बे तेरे नाम के व्रत करू,
बिज़नेस मोटा चला दिया तेरा धन्यवाद करू,
आर लहरिया खावै सै तेरे दिए हाथ का….