मैया आप आ जाओ, मेरा मन याद करता है
मेरा मन याद करता है, नयन से नीर बरसता है
मैया आप आ जाओ मेरा मन याद करता है
ना मैया है ना बाबुल है, मैं आंचल को तरसती हूं
आंचल में छुपा लो मां, बेटी याद करती है
मैया आप आ जाओ...
मैं निर्धन हूं मैं निर्बल हूं नहीं कोई सहारा है
सहारा आप बन जाओ ,मेरा मन याद करता है
ना नारियल है ना चुनरी है ना मेवा है ना मिश्री है
रुखा सुखा जो है मां तुम आकर भोग लगाजो
मैया आप आ जाओ मेरा मन याद करता है
गुफा में मां तू रहती है तू शेर सवारी करती है
दर्शन एक बार दे जाओ मेरा मन याद करता है
मैं बेटी हूं तु माता है मैं बेटी हूं तुम माता है
मैया अब तो आ जाओ मेरा मन याद करता है