तर्ज - ॐ जय जगदीश हरे
ॐ जय श्री बाबोसा बोलो जय श्री बाबोसा,
चूरू धाम में विराजत, रूप हनुमत सा,
ॐ जय श्री बाबोसा....
शीश मुकुट, कानो में कुंडल, लीले असवारी,
करे लीले असवारी,
हाथ में घोटा सोहे, छवि लागे प्यारी,
ॐ जय श्री बाबोसा....
कोठारी कुल के तुम दीपक, माँ छगनी नंदन,
बाबोसा, माँ छगनी नंदन,
श्री घेवर चंद के दुलारे, हो भय दुख भंजन,
ॐ जय श्री बाबोसा....
माघ शुक्ल की पँचम, जन्मे चूरू धाम,
बाबोसा, जन्मे चूरू धाम,
परिजन मिलकर जिनको, दिया था पन्ना नाम,
ॐ जय श्री बाबोसा....
भादव शुक्ल की पंचमी, स्वर्ग किया प्रस्थान,
बाबोसा, स्वर्ग किया प्रस्थान,
मिंगसर शुक्ल की पाँचम, बने बाबोसा भगवान,
ॐ जय श्री बाबोसा....
हनुमत के मन भाये, हो बाल बह्मचारी,
तुम बाल बह्मचारी,
भक्तो के हितकारी, तुम कलयुग अवतारी,
ॐ जय श्री बाबोसा....
परम् आराधिका मंजू बाईसा को, दी ऐसी सौगात,
बाबोसा दी ऐसी सौगात,
भक्तो का कल्याण वो कर रही, बाईसा दिन रात,
ॐ जय श्री बाबोसा....
इस कलयुग में बाबोसा की, महिमा है न्यारी,
हो महिमा है न्यारी,
तांती, भभूति, जल से मिट जाये, विपदाएं सारी,
ॐ जय श्री बाबोसा....
आरती बाबोसा की "दिलबर" जो कोई गावे,
बाबोसा, जो कोई गावे,
कहत श्री मंजू बाईसा, हर संकट टल जावे,
ॐ जय श्री बाबोसा....
ॐ जय श्री बाबोसा बोलो जय श्री बाबोसा,
चूरू धाम में विराजत, रूप हनुमत सा,
ॐ जय श्री बाबोसा....