ओल्यू आवे सांवरा,
ओ मनड़े रा मीत,
नैन मिला भरमा ग्यो,
क्यों परखो म्हारी प्रीत.....
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया,
थारी बाबा ओल्यू आवै,
बेगा आओ जी साँवरा,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया......
थानें तो मनावा घणां चाव सूं,
थे हँस हँस कण्ठ लगाओ,
ना तरसाओ जी, साँवरा,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया.....
ई दुनिया सूं न्यारो थारो, देवरो,
थे रतन सिंघासन बैठ्या,
हुकुम सुनाओ जी, सांवरा,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया.....
नैणा माहीं छलके थारो नेहड़ो,
थारा टाबरिया रा अटक्या,
काम बणाओ जी, सांवरा,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया......
भूल्या थारा बालकिया ने नाहीं सरे,
थारी जादूगारी मुरली,
आज बजाओ जी, सांवरा,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया......
भूल्योड़ा भटक्या ने थारो आसरो,
म्हारी नैया नाथ पुराणी,
पार लगाओ जी, सांवरा,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया......
जागरणो ग्यारस की चांदनी रात को,
कोई बारस ने थे खीर चूरमो,
खाओ जी, सांवरा,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया......
जिम्या पाछे थारा हाथ धुवायस्या,
कोई ल्यो दो बीड़ा मगही पान,
चबाओ जी, सांवरा,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया.......
शर्मा काशीराम थारो बालकीयो,
थारा कह्या कह्या हुकुम उठावे,
यूँ ही फरमाओ जी, सांवरा,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया.......
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया,
थारी बाबा ओल्यू आवै,
बेगा आओ जी साँवरा,
ओ जी ओ मिजाजी,
म्हारां सांवरिया......