श्याम तुम से है मोहब्बत,तुम्ही मेरी ज़िन्दगी,
हर जनम में सेवा देना यही अर्जी मेरी,
बस तेरी रेहमत मिले कुछ और ना मांगू प्रभु,
एक तुमसे है उमीदे और ना जानू प्रभु,
तेरी ही किरपा से बाबा होठो पर है हसी,
हर जनम में सेवा देना है यही अर्जी मेरी,
जब जनम लो श्याम बाबा बस तेरा परिवार हो,
ना मैं मांगू झूठी दौलत प्रेम और सत्कार हो,
तेरा प्यार हो तेरा ही गुणगान गौ तुझसे हो मेरी दिल लगी,
हर जनम में सेवा देना यही अर्जी मेरी,
मेरा हर अरमान पूरा करते हो तुम चाव से,
मुझको भव से पार किया है तुमने अपनी नाव से बड़े चाव से,
सोनी ये अरमान मेरा दिल में हो सूरत तेरी,
हर जनम में सेवा देना है यही अर्जी मेरी,