ग्यारस के दिन तुलसा ना तोड़ो,
हरि के चरण कभी मत छोड़ो.....
मात पिता और प्रभु हमारे,
यह तीनों हे पालनहारे,
इनकी सेवा कभी ना छोड़ो प्रभु के चरण कभी मत छोड़ो....
तेरी मेरी निशदिन करता,
दुजे का सुख देखते जलता,
बुरी है आदत इसको छोड़ो हरि के चरण कभी मत छोड़ो.....
धर्म-कर्म और ज्ञान की बातें,
यह सब जीवन सुखी बनाते,
सतसंगत से नाता जोड़ो हरि के चरण कभी मत छोड़ो......
जैसी करनी वैसा फल है,
आज नहीं तो निश्चित कल है,
शुभ कर्मों से नाता जोड़ो हरि के चरण कभी मत छोड़ो.....