छिपते छिपाते आ गई रे कान्हा तेरी नगरिया,
द्वारे पे बैठी सासुल हमारी खिड़की से कूद के,
मैं तो आय गई रे कान्हा तेरी नगरिया,
छिपते छिपाते आ गई रे कान्हा तेरी नगरिया.....
पिछवाड़े खेलें देवर हमारे उंगली दिखाए में तो,
आ गई रे कान्हा तेरी नगरिया,
छिपते छिपाते आ गई रे कान्हा तेरी नगरिया.....
रास्ते में मिल गईं पड़ोसन हमारी बातें बनाए,
मैं तो आय गई रे कान्हा तेरी नगरिया,
छिपते छिपाते आ गई रे कान्हा तेरी नगरिया.....
पनघट पे मिल गईं नन्दी हमारी घड़ा उचाए
मै तो आय गई रे कान्हा तेरी नगरिया,
छिपते छिपाते आ गई रे कान्हा तेरी नगरिया.....
गलियों में मिल गए जेठा हमारे घूंघट निकाल,
मैं तो आय गई रे कान्हा तेरी नगरिया,
छिपते छिपाते आ गई रे कान्हा तेरी नगरिया.....
खेतों में मिल गए राजा हमारे हाथ हिलाया,
मैं तो आय गई रे कान्हा तेरी नगरिया,
छिपते छिपाते आ गई रे कान्हा तेरी नगरिया.....