खाटू के राजा, तेरा जलवा कमाल है,
खाटू के राजा, तेरा जलवा कमाल है,
जब से आएँ है खाटू, हो गए मालामाल हैं,
जब से आएँ है खाटू हो गए मालामाल हैं......
हारे का साथी तू है, तू ही लखदातार है,
हारे का साथी तू है, तू ही लखदातार है,
जब से आएँ है खाटू, हो गए मालामाल हैं,
जब से आएँ है खाटू, हो गए मालामाल हैं......
अपने बेगाने जब छोड़ गये बाबा,
तुने ही थामा हाथ मुश्किल में बाबा,
तुने दिया है बल, तू ही पालनहार है,
जब से आएँ है खाटू, हो गए मालामाल हैं,
जब से आएँ है खाटू, हो गए मालामाल हैं......
जिसने भी बाबा तुम्हें दिल में बसाया है,
बाबा भी चला उस का बनकर के साया है,
बाबा की कृपा दिखती सब पे सरेआम है,
जब से आएँ है खाटू, हो गए मालामाल हैं,
जब से आएँ है खाटू, हो गए मालामाल हैं......
कलयुग के राजाजी, वो तीन बाण धारी हैं,
खाटू में रहते करते लीले की सवारी हैं,
शर्मा ब्रदर भी तेरे चरणों के दास हैं,
इसलिए तो कान्हा जी के इतने खास हैं,
जब से आएँ है खाटू, हो गए मालामाल हैं,
जब से आएँ है खाटू हो गए मालामाल हैं.......