श्याम चूडी बेचने आया,अरे चूडी बेचने आया
कही लेलो कहे पेहनो मैं खुद पहनाने आया,
श्याम चूडी बेचने आया........
इस चूड़ी का मोल नही है मेरी चूड़ी है अनमोला,
प्रेम ही भाव सुनाया,श्याम चूड़ी वेचने आया...
श्याम बात को मानो प्यारी,अपनी बाह थामदो गोरी,
श्याम ने हाथ दबाया श्याम चूड़ी वेचने आया.....
श्यामा चूड़ी जिसने पेहनी,पहन के चूड़ी हाथो में खनकी,
टूटी मोह की छाया श्याम चूड़ी वेचने आया.......
शर्मा ती सकू चांदी राधे,प्रेम भाव से भोली राधे,
श्याम रंग ही बाया श्याम चूड़ी वेचने आया,