पंडाल सजा, दरबार सजा,
मेरी मैया का श्रृंगार सजा
पंडाल सजा, दरबार सजा,
मेरी मैया का श्रृंगार सजा,
पंडाल सजा, दरबार सजा,
मेरी मैया का श्रृंगार सजा......
अपने भक्तों के कष्टों को,
भगाने वाली है,
शहर में जय हो,
शहर में जय मां,
शहर में मच गया हल्ला,
मेरी मां आने वाली है,
शहर में मच गया हल्ला,
देवी मां आने वाली है.......
फूलों के सिंहासन पर,
आसन लगा है मैया का,
सिंह के साथ में सुना है आना,
होगा भैरव भैया का,
फूलों के सिंहासन पर,
आसन लगा है मैया का,
सिंह के साथ में सुना है आना,
होगा भैरव भैया का,
सोई हुई किस्मत को,
फिर से जगाने वाली है,
शहर में जय हो,
शहर में जय मां,
शहर में मच गया हल्ला,
मेरी मां आने वाली है,
शहर में मच गया हल्ला,
देवी मां आने वाली है.......
जगराते में मां के दर पर,
झूमने की तैयारी है,
सुना है मूर्ति मां की भक्तों,
सारे जग से प्यारी है,
जगराते में मां के दर पर,
झूमने की तैयारी है,
सुना है मूर्ति मां की भक्तों,
सारे जग से प्यारी है,
अपने दर पर सब भक्तों को,
बुलाने वाली हैं,
शहर में जय हो,
शहर में जय मां,
शहर में मच गया हल्ला,
मेरी मां आने वाली है,
शहर में मच गया हल्ला,
देवी मां आने वाली है.......
अपने भक्तों के कष्टों को,
भगाने वाली है,
शहर में जय हो,
शहर में जय मां,
शहर में मच गया हल्ला,
मेरी मां आने वाली है,
शहर में मच गया हल्ला,
देवी मां आने वाली है......