खेले सखियाँ संग फाग आज बरसाने में,
री हाँ आज बरसाने में,री हाँ आज बरसाने में,
हो हो होरी हो हो होरी…..
अकड़ के संग ग्वालो के ढोले,
जै भानु के जमाई के बोले,
जीसे हो इनका ही राज आज बरसाने मे,
री हाँ आज बरसाने मे,
खेले री सखियाँ संग फाग आज बरसाने में………
करने चले बरसाने में दंगाल,
सँग में साखा सुबाल मधु मंगल,
आए बाँध बसंती फाग आज बरसाने मे,
री हाँ आज बरसाने में,
खेले री सखियाँ संग फाग आज बरसाने में,
हो हो हो होली हो……
यित उतरि ब्रषभानु दुलरी,
सँग में सखिया ले मतवारी,
कहे मोहन से ललकार आज बरसाने में,
खेले रे सखियाँ संग फाग आज बरसाने में…..
हो हो कारत हो काहे प्यारे,
दिन में तोहे दिखाएँगे तारे,
जब होरी मचेगी लट्ठ मार आज बरसाने मे,
री हाँ आज बरसाने में,
होरी होरी होरी होरी
होरी होरी होरी होरी
होरी होरी होरी होरि…..