मेरी चुनर पे रंग मत डाल रसिया मेरी चुनर बड़ी अनमोल रसिया……
भर पिचकारी सन्मुख मारी,
मैं तो हो गयी विभोर रसिया मेरी चुनर बड़ी अनमोल रसिया,
मेरी चुनर पे रंग मत डाल रसिया मेरी चुनर बड़ी अनमोल रसिया……
भीग जाएंगी सिलमा सितारे मारेंगे घर बलम हमारे,
सास बोलेगे कड़वे बोल रसिया मेरी चुनर बड़ी अनमोल रसिया,
मेरी चुनर पे रंग मत डाल रसिया मेरी चुनर बड़ी अनमोल रसिया……
बीच बाजार मेरी बैया ना पकड़ी धीरे से मेरा घुंघटा ना खोल रसिया,
मेरा धीरे से घुंघटा ना खोल रसिया मेरी चुनर बड़ी अनमोल रसिया,
मेरी चुनर पे रंग मत डाल रसिया मेरी चुनर बड़ी अनमोल रसिया……
मैं हूँ किशोरी महलो की बाला जाने भो दो नन्द के लाला,
मैं तो विनती करू हाथ जोड़ रसिया मेरी चुनर बड़ी अनमोल रसिया,
मेरी चुनर पे रंग मत डाल रसिया मेरी चुनर बड़ी अनमोल रसिया……