मैया थोड़ी दूर पर है झोपडी हमारी,
छोटा सा परिवार सेवा करेगा तुम्हारी
गुजरो उधर से जरुर चली आना
खाना खा के जाना मैया खाना खा के जाना
आप को बुलाने में संकोश हो रहा है
रोक न सकेंगे तुम्हे दिल रो रहा है
लायक नही है गरीब का ठिकाना
खाना खा के जाना मैया खाना खा के जाना
आप की हमारी कोई जान न पहचान न है
आप से हमारी कोई न ही राम राम है
आप को बुला के हमे प्रेम है बडाना,
खाना खा के जाना मैया खाना खा के जाना
सारे भगत तेरे दर्शन को तरसे
वनवारी जाए वाहा याहा प्रेम बरसे
हो सके तो मैया जी हमे भी अजमाना
खाना खा के जाना मैया खाना खा के जाना