मेरे श्याम की होवे जय जयकार, श्याम के दरबार,
आया दर्शन को सारा संसार, श्याम के दरबार....
सज गए हैं ठाकुर के मन्दिर,
पाया है ठाकुर का दर्शन,
द्वारे पे संगत अपार, श्याम के दरबार....
पुरण सब की आस तुम कर दो,
दामन को खुशियों से भर दो,
भक्तों को सहारा मिला, श्याम के दरबार....
ज्योत जगी श्याम की नूरानी,
बैठे वृन्दावन के वाली,
आया दर्शन को सारा संसार, श्याम के दरबार....