माए नी माए गवाले चूठ बड़ा मारदे।
छीके उत्ते चाढ़ के मैनु,तैनू वाजां मारदे।।-2
कच्ची नींदे उठ सवेरे,मैं मधुवन नूं जावां-2
सारा दिन मैं गऊआं चरावां,शाम पवे कर आवां ,
निक्की जेहि जिंद थक जावे,कंडे चूकां मारदे।
माए नी माए......
बलदाऊ तो छोटा टोठा,मैं बालक अनजाणा-2
चोरा चोरी मूल न आवे,ऊपर चड़न न जाणा ,
हो गया बदनाम मैं ऐवें,-2 लोक ने ताने मारदे।
माए नी माए......
लुट-लुट मक्ख़ण खाण ग्वाले,चोर बनावन मैनु-2
मुँह मेरे ते मलके मक्खण आण सिखावण तैनू ,
करदे वैर विरोध ग्वाले,उञ्ज मैनुं पुचकारदे।
माए नी माए......
तू माँ मेरी पोली पाली,चूठ मूठ सच मन्ने-2
आखे लगके ग्वाल बाल दे,पास्से मेरे पन्ने ,
पुत पराया जाण के मैनु-2, सारे चिड़कां मारदे।
माए नी माए......
ऐ लै कच्छ लंगोटी,मोर पँख ते सोठी-2
माँ ‘‘मधुप’’ नहीं ऐथे रैणा,नीयत तेरी खोटी ,
हाँ लै मोहन नूं गोद यशोदा-2,रो पयी पूबां मारदी।
हाँ हाँ कन्हैया ग्वाले चूठ बड़ा मारदे-2
माए नी माए......
जय गोविन्द गोविन्द गोपाला ,
जय मुरली मनोहर नन्द लाला। -3
बोलो बालकृष्ण लाल की जय।