खाटू वाले तेरी नगरी में रंग चढ़ा मस्ती का,
तेरे चर्चे मैं सुनके दर पे तेरे आया हूँ,
खाटू वाले तेरी नगरी में...........
तेरी ग्यारस को जो भी दर पे तेरे आता है,
बिन कहे श्याम मेरे सब वो तुझसे पाता है,
करो नज़रे करम, करो रहमो करम, मैं पहली बार आया हूँ,
खाटू वाले तेरी नगरी में...........
नहीं देखा कभी इन आँखों ने नज़ारा है,
सारी दुनिया का स्वर्ग श्याम तेरा द्वारा है,
ना कहीं जाऊँगा सरकार कहने आया हूँ,
खाटू वाले तेरी नगरी में...........
तुम बिन कौन सुनेगा मेरी कहानी को,
नहीं कोई दूसरा करे जो महरबानी वो,
सुनाने हाल ए दिल अपना मैं चलके आया हूँ,
खाटू वाले तेरी नगरी में...........