।भाई बहन।
सुन बहना,, ओ बहना,
सुन बहना मेरी बहना, ना नम हो कभी तेरे नैना,
खुशी ही खुशी हो चारो तरफ, ना आए कभी दुख की रैना,
सुन बहना ओ बहना.....
सर झुका है जहां, मांगा है बस यही,
तू खुश रहे हमेशा, चाहे रहे कहीं,
सुन बहना मेरी बहना, फूलो सी सदा हंसते रहना,
सुन बहना ओ बहना....
मुझसे कभी न रूठना होना नहीं खफा,
रक्षा बंधन के दिन घर, आती रहे सदा,
सुन बहना मेरी बहना, जब आए सावन का महीना,
सुन बहना ओ बहना....
डॉ सजन सोलंकी