आज रविवार है सुरये देव का वार है,
इन से जग उजयार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है,
नव ग्रहो में सूर्ये देव ही सब से पहले आते है,
बाकी सारे ग्रह तो इनकी परिकर्मा लगाते है,
तेज तो अपार है सूर्ये देव का वार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है,
रवि वार को सूर्ये देव को जल जो अर्पित करते है,
पाप ताप से मुक्त होते खाली झोली बारते है,
भव से होते पार है सूर्ये देव का वार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है,
यम यमुना शनि देव जी इनका तो परिवार है,
जिनकी तेज से तीनो लोक में हो जाता उजयार है,
मिट जाता अंधियार है सूर्ये देव का वार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है,
माँ गायत्री मंतर है प्यारा सूर्य देव को भाता है,
रविवार को एक माला मंत्र जो ये जप जाता है,
हो जाता उधार हिअ सूर्ये देव का वार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है,
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है,