तर्ज – मेरी किस्मत में तू नहीं शायद
तेरे दर्शन की आरजू दिल में,
हर घडी श्याम श्याम करता हूँ,
तू तो बेफिक्र होके बैठा है,
मै तेरा इंतजार करता हूँ,
तेरे दर्शन की आरजू दिल में......
देखता है तू सारी दुनिया को,
पालता है संभालता सबको,
देखता है तू सारी दुनिया को,
पालता है संभालता सबको,
अपने मालिक को देखना चाहूँ,
क्या ये हक़ सांवरे नहीं मुझको,
क्या ये हक़ सांवरे नहीं मुझको,
क्यों नहीं मिल रहा है तू मुझको,
कोशिशे भी हजार करता हूँ,
तू तो बेफिक्र होके बैठा है,
मै तेरा इंतजार करता हूँ,
तेरे दर्शन की आरजू दिल में.....
तुझसे बातें करूँ तमन्ना है,
उससे पहले ना मुझको मरना है,
तुझसे बातें करूँ तमन्ना है,
उससे पहले ना मुझको मरना है,
शुक्रिया कह दूँ सांवरे तुझको,
और कुछ कामना रही ना है,
और कुछ कामना रही ना है,
हाल-ऐ-दिल कैसे क्या कहूं तुझको,
की तुझे कितना प्यार करता हूँ,
तू तो बेफिक्र होके बैठा है,
मै तेरा इंतजार करता हूँ,
तेरे दर्शन की आरजू दिल में......
वक़्त इतना उधार में दे दे,
मिलना मुझसे या आके ना कहदे,
वक़्त इतना उधार में दे दे,
मिलना मुझसे या आके ना कहदे,
जो भी है सामने आ कह मुझको,
कैसे मिल पायेगा पता दे दे,
कैसे मिल पायेगा पता दे दे,
लहरी चितचोर की छुपा क्यों है,
मिन्नते बार बार करता है,
तू तो बेफिक्र होके बैठा है,
मै तेरा इंतजार करता हूँ,
तेरे दर्शन की आरजू दिल में......