चढ़ गई नाम खुमारी मैनू,
चढ़ गई नाम खुमारी,
कमली रमली जोगन रोगन,
कर गया इक जोगी,
मैनू चढ़ गयी......
कोई दवा ना होवे जिसदी,
लगया रोग निराला,
नाम जोगी दा ले के मैनू,
दे दो जहर प्याला,
उसदे नाम दी बुटी सखियो,
सब रोगा ते भारी,
चढ़ गयी नाम खुमारी मैनू,
चढ़ गयी नाम खुमारी......
जिसदे नाम दी मैं हाँ जोगन,
ओ है जंगला दा वासी,
आके अपना दर्श दिखा दे,
मर ना जावा प्यासी,
कुंडला वाले जोगी नू कह दो,
ओ जीतया मैं हारी,
चढ़ गयी नाम खुमारी मैनू,
चढ़ गयी नाम खुमारी......
चाँद सितारे स्वर्ग नजारे,
कुछ ना मैनू भावे,
झल्ला होके दिल ऐ पुकारे,
इको नगमा गावे,
एक पासे मेरा जोगी प्यारा,
दूजे दुनिया सारी,
चढ़ गयी नाम खुमारी मैनू,
चढ़ गयी नाम खुमारी......
नाम खुमारी चढ़ गई ऐसी,
आप ही रोवा हँसा,
‘सागर’ दिल दा हाल अपना,
आ मैं तैनू दसा,
मिल जावे जे सोहना जोगी,
जावा वारी वारी,
चढ़ गयी नाम खुमारी मैनू,
चढ़ गयी नाम खुमारी.......