चैत महीने संग जोगी दा पैदल टूर के चला,
आजो सब चलिए भैना करदिया गला।
1) बड़े चीरा तो नाथ मेरे ने दरते नहींओ बुलाया,
एक दिन मेनू सपने दे विच आके आप जगाया-2
सारी दुनिया दरते चली तू क्यों रह गया कला,
आजो सब-----------------
2) ओहदे दर ते जा के तु भूल लवी बखसा,
मैं ते तेनु नही भुलिया तुहिओ दिता भुला-2
मेहरा वाला मेहर करूंगा आगे कर देयी पला,
आजो सब-------------------
3) सच्चे दिल नाल जो भी जावे कदे ना खाली मुड़े,
अपने पूजन वालिया दा औ कदे भी दिल ना तोड़े-2
ओहदे रंग विच साहिल रंग जा लोकी आखन झला,
आजो सब---------------------
सिंगर----साहिल निमाना 89685-89773
लेखक----विजय कुमार