देखो रे देखो रे
देखो रे पहली बार
देखो रे पहली बार
मेरी जिंदगानी फली
भगवन को करने पर
भकत की नाव चली
भगवन को करने पर
भकत की नाव चली
जय राम लखन जय जनक लली
जय राम लखन जय जनक लली
देखो रे मेरे राम की माया
इस विमान को विरत बनाया
एक जनम में सौ जन्मों का
मैंने तो भाई यह फल पाया
देखो प्रभु का उपकार
मेरी दुनिया ही बदली
भगवन को करने पर
भकत की नाव चली
जय राम लखन जय जनक लली
जय राम लखन जय जनक लली
कहा मेरी छोटी सी यह नैया
कहा यह भव सागर के खिवैया
मैं दो हाथों वाला खेवट
इनके हाथ हज़ार है भैया
लाखो के तरं हर पर्भु
यह बड़े है बलि
भगवन को करने पर
भकत की नाव चली
जय राम लखन जय जनक लली
छोडे महल अयोध्या छोड़ी रे
छोडे महल अयोध्या छोड़ी
हम पतितो से प्रीत है जोड़ी
धन्य है इनका प्यार अनोखा
धन्य है यह सिया राम की जोड़ी
यह वन को चले सुकुमार
यह वन को चले सुकुमार
करम गति नहीं ताली
भगवन को करने पर
भकत की नाव चली
जय राम लखन जाइ जनम लाली
जय राम लखन जाइ जनम लाली
देखो रे पहली बार मेरी
ज़िंदगानी फली
भगवन को करने पर
भकत की नाव चली
जय राम लखन जाइ जनम लाली
जय राम लखन जाइ जनम लाली
जय राम जय जय राम
जय राम जय राम
जय राम जय जय राम
जय राम लखन जाइ जनम लाली
जय राम लखन जाइ जनम लाली