अयोध्या में आये राम सपना नहीं है
अयोध्या वही है ,राम भी वही है !
बरसों से बैठे तंबू में राम थे
कोन कौन इनके पीछे हुए बदनाम थे
संतों की मेहनत व्यर्थ नहीं है
अयोध्या वही है ,राम भी वही है
कैकई माँ ने वनवास दिन्हा
दशरथ पिता ने भी था साथ दिन्हा
बाबरी ने भी ना छोड़ी कोई कमी है
अयोध्या वही है राम भी वही है
तुमने यातना कितनी सही थी
बुजुर्गों ने बातें तूम्हारि कही थी
समझ ना सका था बाबर ग़लत क्या सही गई
अयोध्या वही….
दीवाली तो भारत मनाता था कब से
भारत को हिंदू सजाता था कब से
सजा सच में भारत अब अयोध्या सजी है
अयोध्या वही है ,राम भी वही है