छत्तीसगढ़ी जस गीत
महामाया सुन ले पुकार दर्सन देदे माता हम आयेन तोर दुवार
महामाया सुनले पुकार दरसन देदे माता हम आयेन तोर दुवार
1नाक नथनिया झूले भवानी कानन झुमका बाली
रातन हिरा जड़े पतीका होठ सुवन लगे लाली
गले मा हो...... बिराजे चंद्रहार
दरसन देदे माता ........
2रूप अनेक जगत मा माता,तीनो लोक मा झाये
दुर्गा काली आम्बा गौरी, बनके तै हा आये
महिमा हावे हो...... तोर अपार .
दरसन देदे माता.......
3ब्रम्हा विष्णु महेश नारद पार कोनो न पाये
तोर चरित हे अगम अपारा कहनी कहे ना जाये
चौउदा लोक मा हो..... गूंजे जय जय कार
दरसन देदे माता.......
4चैत कुंवार मा मेला भाराथे दरसन बर सब आये
तोर चरन मा मुड़ी नवाके मन इच्छा फल पाये
रतनपुर मा हो......सजे हे दरबार
दरसन देदे माता.......
महामाया सुनले पुकार दरसन देदे माता हम आयेन तोर दुवार