मेरे कंठ बसो महारानी। जीवन का संगीत तुम्ही हो, आशाओं का दीप तुम्ही हो। शब्द सुधा से दामन भर दो, मैं जाचक तू दानी ॥ लय और ताल का ज्ञान भी दे दो, स्वर सरगम और तान भी दे दो । मेरे सीस पे हाथ धरो माँ, सरस्वती कल्याणी ॥