चलो चलो रे बागेश्वर धाम बैठे बालाजी।
बालाजी देखो बालाजी।2
जन-जन का करें कल्याण देखो बालाजी।
अर्जी लगा ले भाग्य जगा ले। 2
श्री बालाजी के दर्शन पाले।2
तेरे बिगड़ी बना दे काम धडा के बालाजी।2
दूर-दूर से भक्त पधारे भूत प्रेत सब डर कर भागे।2
ऐसी सन्यासी है महाराज धडा के बालाजी।2
स्वयं प्रगट होकर कलयुग में।
अलक जगहा दी है घर घर में।
स्वयं प्रकट होकर कलयुग में।
अलक जगहा दी है घर घर में।
दिन-रात करे चमत्कार धडा के बालाजी।
जन जन का करे.........
तेरे दर से न जाए कोई खाली
राम भक्त तेरी बात निराली।2
गाय अंजलि महिमा अपार
घड़ा के बालाजी....
चलो चलो रे बागेश्वर धाम........
लेखक कुंदन अकेला जी