महारो श्याम बड़ो बलवान बाबो खाटू को,
कई दिना सु ओ बाबा आस करा मैं तो हु आरतवान
बाबो खाटू को,
आय पहुंचा ओ बाबा देवर
मैं बिलकुल हु अनजान बाबो खाटू को,
अर्ज करा कर जोड़ थे हो बाबा जी
थे सुन जो दे कर ध्यान बाबो खाटू को,
थोड़ा थोड़ा से ओ बाबा नाही सरे,
थे खोल देवो भंडार बाबो खाटू को,
रामेश्वर की ओ बाबा विनती
जो हर दम तोड़े तान बाबो खाटू को,