आरती जग जननी जग तारणि

जग जननी जग तारणि ओ मेरी मां
आरती उतारू तोरी मां।।(२)

काहेन को तेरो बैठका, काहे न पखारू तेरो पाओ २
जग जननी जग तारणि....…

अगर चंदन को तेरो बैठका, दूधन पखारू तेरो पाओ २
जग जननी जग तारणि....…

कहा उतारू तेरी आरती कहा उतारू तेरो भार २
जग जननी जग तारणि....…

मडिया उतारू तेरी आरती भुवन उतारू तेरो भार २
जग जननी जग तारणि....…

कौन वरन तेरी आरती कौन वरन तेरो भार २
जग जननी जग तारणि....…

कर्पूर वरन तेरी आरती लॉन्ग वरन तेरो भार २
जग जननी जग तारणि....…

सभी जन उतारे तेरी आरती सभी जन उतारे तेरो भार २
जग जननी जग तारणि....…

जग जननी जग तारणि ओ मेरी मां
आरती उतारू तोरी मां।।(२)

सिंगर - जया रतन सिंह पटेल छिंदवाड़ा म प्र)
गीत संगीत - कमलेश बबलू बरमैया